प्रणव पंचाक्षरी का माहात्म्य

सत्रहवां अध्याय गतांक से आगे... कथा-प्रसंग प्रणव पंचाक्षरी का माहात्म्य ऋषियों ने कहा - हे महामुने।…

पार्थिव पूजन तथा उसका फल

सोलहवां अध्याय कथा-प्रसंग पार्थिव पूजन तथा उसका फल ऋषि बोले - हे सूत जी, अब आप…

देव यज्ञ और देश, काल, पात्र-विवेचन

गतांक से आगे.. पद्रहवां अध्याय कथा-प्रसंग देव यज्ञ और देश, काल, पात्र-विवेचन                ऋषि बोले -…

आग्नि-यज्ञादि-विवेचन

गतांक से आगे… चौदहवां अध्याय कथा-प्रसंग आग्नि-यज्ञादि-विवेचन             ऋषि बोले – हे प्रभो! अग्नियज्ञ, देवयज्ञ, ब्रह्मयज्ञ,…

सदाचार विवेचन-2

गतांक से आगे… तेरहवां अध्याय कथा-प्रसंग सदाचार विवेचन-2             इस प्रकार देवताओं को तृप्त करने से…

सदाचार विवेचन

गतांक से आगे… तेरहवां अध्याय कथा-प्रसंग सदाचार विवेचन             ऋषि बोले – हे सूतजी। अब आप…